बिलासपुर मेंकोरोना जाँच की सुविधा अब तक न होना शर्मनाक है यह सिर्फ और सिर्फ राजनीति से प्रेरित है
आखिर जिम्मेदारी किसकी???
बिलासपुर शहर छत्तीसगढ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जिसमें अब तक लाखों की तादाद में मजदूरों को दूसरे राज्यों से विशेष ट्रेन से लाया जा रहा है फिर भी राज्य सरकार ने बिलासपुर में कोरोना जाँच की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई आखिर क्यों????
जबकि दुसरी तरफ रायगढ़, जगदलपुर, मे एक-एक और रायपुर मे 4 लैब की स्थापना हो चुकी है यह साफ दर्शाता है कि बिलासपुर में लैब एक राजनीति साज़िश का हिस्सा है
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा-टेस्ट लैब ना खुलना खड़े कर रहा कई सवाल
पिछले दिनों हमारे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री जी को बिलासपुर में जल्द से जल्द कोरोना
जिसमें टी एस सिहदेव ने कहा कि जल्द ही लैब खुलेगा धैर्य रखे
वही अब तक 20 दिनों के बाद भी लैब नहीं खुल सका।
कुछ दिनो पहले
मंत्री ने टेस्ट लैब को लेकर टेंडर की प्रक्रिया की बात कही थी। जिस पर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि वे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं और नियम कायदों को अच्छे से जानते हैं। कोरोना संकट के ऐसे समय में टेंडर की प्रक्रिया की छूट के नियम भी है।
कुल मिलाकर अब तक लैब न होना कोरोना काल में भी राजनीति की ओर इशारा कर रही है क्योंकि एक तरफ आप देखेंगे
रायपुर में 4 लैब रायगढ़ और जगदलपुर में एक एक लैब खोल सकते हो तो बिलासपुर में अब तक क्यो नही खुला लैब ???
हर बिलासपुर वासियों को अपनी लडाई खुद अपने स्तर में लडनी पडेगी
केंद्र सरकार ने बिलासपुर में लैब की अनुमति दे दी है फिर भी राज्य सरकार ने बिलासपुर में अब तक कोरोना जाँच की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई
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